तुम्हे जाना है तो चले जाओ
मत रुको मेरे दिल आंगन मे
समझा कर भी देख लिया
रो कर भी देख लिया
समझे ना तुम मुझे
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
झूटे वादे कसमे ना निभाओ
धुंधले धुंधले पड़ गए
अक्स तेरी मेरी यादो के
गुनाह सा लगता है
मुझे झूट बोलना तुमसे
समझो ना अब तुम भी
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
भोला था शायद वक़्त तब
मिले जब हम तुम ....
डरवाना सा हो गया
कोई छिन रहा वह भोलापन
लगता मुझे जैसे पिला दिया
किसी अजीज ने भर प्याला
जहर का धोखे से मुझे
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
एहसास जज्बातों सपनो को
किस तराजू मे रखु
कांटा करने लगा सवाल मुझे
हल्का पड़ गया ...
फिर भी न उठने दे यह भोझ मुझे
जो बिता उसे सजोने दे
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
मत रुको मेरे दिल आँगन में
मैं ''पवन''धो डालूँगा निशाँ वह तेरे
-----पवन अरोडा-----
समझो ना अब तुम भी
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
भोला था शायद वक़्त तब
मिले जब हम तुम ....
डरवाना सा हो गया
कोई छिन रहा वह भोलापन
लगता मुझे जैसे पिला दिया
किसी अजीज ने भर प्याला
जहर का धोखे से मुझे
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
एहसास जज्बातों सपनो को
किस तराजू मे रखु
कांटा करने लगा सवाल मुझे
हल्का पड़ गया ...
फिर भी न उठने दे यह भोझ मुझे
जो बिता उसे सजोने दे
तुम्हे जाना है तो चले जाओ
मत रुको मेरे दिल आँगन में
मैं ''पवन''धो डालूँगा निशाँ वह तेरे
-----पवन अरोडा-----
यही होता है अक्सर ..जाने वाले कभी नहीं रुकते ....कितना भी कोई रोये-धोये
ReplyDeleteबढ़िया रचना ..
YAHI HAI JINDGI KA MATLAB
ReplyDeleteकिसी के जाने से जीवन रुकता नहीं.....
ReplyDeleteकोमल अभिव्यक्ति...
अनु